India World News Blog In Hindi: US Khalistani India Big Action अमेरिका को महंगी पड़ी भारत से गद्दारी, 3 दिनों में बदला
अमेरिका ने सैकड़ों देशों पर बेवजह हमला किया और सैकड़ों देशों में सरकार गिराई यहां तक कि अपनी खुफिया एजेंसी सीआईए के जरिए दूसरे देशों में कई मासूम लोगों को मरवा दिया लेकिन आज यही अमेरिका भारत पर आरोप लगा रहा है।
अमेरिका ने कहा है कि एक भारतीय नागरिक ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश रची थी अभी तक इसके कोई सबूत नहीं है अरिका यह मुद्दा भारत के साथ डिप्लोमेटिक स्तर पर उठा सकता था लेकिन अमेरिका ने पूरी दुनिया के सामने भारत को बदनाम करने की कोशिश की।
वैसे भारत ने भी कहा है कि हम इस मामले की जांच करेंगे कोई नहीं जांच तो होती रहेगी अगर जांच की ही बात है तो अमेरिका पहले यह जांच करके बताए कि उसने सीरिया इराक और अफगानिस्तान जैसे देशों को क्यों बर्बाद किया।
बहरहाल अमेरिका ने भारत का नाम खराब करने की कोशिश की लेकिन भारत ने भी एक बड़ा कूटनीतिक दांव खेल दिया है भारत ने अमेरिका को उसी के जाल में फंसा दिया है अमेरिका ने जैसे ही खालिस्तानी पन्नू का मुद्दा उठाया तो भारत ने भी उन खालिस्तानियों की लिस्ट तैयार कर ली जो अमेरिका में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियां करते हैं।
अब अमेरिका की सरकार से पूछा जाएगा कि यह खालिस्तानी आतंकी उनके देश में आराम से कैसे घूम रहे हैं बताया जा रहा है कि भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी NIA ने कम से कम 30 ऐसे खालिस्तानियों की पहचान पूरी कर ली है जिन्होंने अमेरिका के ही सैन फ्रांसिस्को में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ की थी भारतीय उच्चायोग पर हमला किया था।
आपको याद होगा कि अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय उच्चायोग पर जुलाई के महीने में हमला हुआ था किसी भी देश के उच्चायोग पर हमले का मतलब है उस देश के ऊपर हमला करना खालिस्तानियों ने सैन फ्रांसिस्को में ना सिर्फ भारतीय उच्चायोग पर हमला किया बल्कि भारत के डिप्लोमेट्स को भी धमकी दी।
लेकिन अमेरिका की सरकार और पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी रही लेकिन अब NIA ने भी 30 खालिस्तानियों की लिस्ट तैयार कर ली है अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों से पूछा जाएगा कि भारतीय उच्चायोग पर हमला करने वाले खालिस्तानी कहां छुपे हुए हैं।
अमेरिका की सरकार से कहा जाएगा कि वह सैन फ्रांसिस्को में छुपे हुए खालिस्तानियों को भारत को सौंपे और संदेश साफ है कि आतंकी पन्नू के लिए अमेरिका ने भारत को बदनाम किया तो अब अमेरिका को भी जवाब देना होगा कि भारतीय उच्चायोग पर हमला करने वाले खालिस्तानी आतंकी क्यों अभी तक सुरक्षित बैठे हैं।
अमेरिका की सरकार और अमेरिका की पुलिस क्यों उन खालिस्तानियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है भारत सरकार कई बार अमेरिका और कैनेडा जैसे देशों को बोल चुकी है कि खालिस्तानी आतंकवादी उनके देश में बैठकर भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं हिंदुओं पर हमले कर रहे हैं मंदिरों को तोड़ रहे हैं लेकिन खालिस्तानियों पर एक्शन की बात तो छोड़िए अमेरिका और कनाडा जैसे देश तो उनको प्रोत्साहन दे रहे हैं।
भारत को ही दबाने के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं अब अमेरिका और कनाडा जैसे देशों को पहले जांच करके यह बताना होगा कि उन्होंने खालिस्तानी आतंकियों को क्यों पाला उसी के बाद भारत भी अपनी जांच कर ही लेगा।