Latest India News In Hindi PM Modi Security Breach PM की सुरक्षा चूक मामले पर बड़ी कार्रवाई: स्पेशल रिपोर्ट में अब आपको प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा से जुड़ी भयंकर गलती के बारे में बताते हैं जिसके बाद पंजाब पुलिस के एक एसपी दो डीएसपी समेत सात पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है 5 जनवरी 2022 को पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में लापरवाही हुई थी।
पिछले साल फिरोजपुर में हुई इस घटना में प्रधानमंत्री मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर फंस गया था जिसमें पीएम के सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ था अब इस मामले को लेकर पंजाब पुलिस के अधिकारियों पर एक्शन लिया गया है इस करवाई के अंदर सात पुलिस अधिकारियों में जिसमें एक (एसपी – गुरविंदर सिंह) (डीएसपी – परसंत सिंह) (डीएसपी – जगदीश कुमार) (इंस्पेक्टर – जसवंत सिंह) (इंस्पेक्टर – बलविंद्र सिंह) (इंस्पेक्टर – जतिंद्र सिंह) और (एएसआई – रमेश कुमार) को निलंबित किया गया है।
जब प्रधानमंत्री मोदी ने दौरा किया था तो उस समय एसपी गुरविंदर सिंह फिरोजपुर में ड्यूटी पर थे घटना के बाद उनका तबादला भटिंडा कर दिया गया था अभी वह शनिवार तक भटिंडा में बतौर एसपी तैनात थे और उन्हें शनिवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है आदेश के मुताबिक इन सभी सात पुलिस कर्मियों का नाम आरोप पत्र में शामिल किया गया है।
जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन की जांच करने वाली सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति ने पंजाब के कई अधिकारियों को सुरक्षा में चूक के लिए दोषी ठहराया था। 5 जनवरी 2022 जब प्रधानमंत्री मोदी एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बठिंडा से सड़क के रास्ते फिरोजपुर के हुसैनीवाला जा रहे थे तब रास्ते में कुछ किसानों ने ट्रैक्टर खड़ा करके हाईवे बंद कर दिया था कुछ प्रदर्शनकारी तो काले झंडे लेकर उनकी गाड़ी के करीब तक पहुंचे थे।
तब पीएम की सुरक्षा में तैनात एसपी जी ने मोर्चा संभाला था जब रास्ता नहीं खुला तो पीएम के काफिले को वापस लौटना पड़ा था तब एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों से कहा था कि अपने सीएम को धन्यवाद कहना मैं जिंदा लौट आया। प्रधानमंत्री का काफिला इस फ्लाई ओवर पर करीब 15 से 20 मिनट तक फंसा रहा था और इतने समय में उनके साथ कुछ भी हो सकता था।
प्रधानमंत्री की गाड़ी के आसपास जिस तरह से बसें और दूसरी गाड़ियां खड़ी थी उससे यह बिल्कुल साफ है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक हुई है जब प्रधानमंत्री किसी राज्य के दौरे पर जाते हैं तो उनके रास्ते की जानकारी बहुत गुप्त रखी जाती है प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से कहां जाने वाले हैं इस जानकारी को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप और उस राज्य की पुलिस के बीच ही रखा जाता है और जब स्थानीय पुलिस से कहती है कि किसी सड़क मार्ग में कोई रुकावट आई है तभी प्रधानमंत्री का काफिला उस रास्ते से बदला जाता है यानी अगर कोई रुकावट आती है तो इसको पता लगाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है और वह कोऑर्डिनेशन रखती है एसपीजी के साथ और उसके माध्यम से ही प्रधानमंत्री का रास्ता तय किया जाता है।
इस घटना के बाद सवाल उठाए गए थे कि जब पीएम के लिए रास्ते की जानकारी सिर्फ एसपीजी और राज्य पुलिस को थी तो प्रधानमंत्री के काफिले का रास्ता रोकने के लिए प्रदर्शनकारी किसान आखिर वहां कैसे पहुंच गए थे प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए तय प्रोटोकॉल का उल्लंघन एक गंभीर मामला है और इस मामले से जुड़े जानकार भी मानते हैं कि ऐसी किसी भी घटना में कड़ा एक्शन लिया जाना जरूरी है ताकि दोबारा ऐसी गलती ना हो।
प्रशासनिक चूक के साथ-साथ इस मामले का एक राजनीतिक पहलू भी है 2022 में जब यह घटना हुई थी तब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी तब पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी थे जबकि इस वक्त राज्य में आम आदमी पार्टी के सीएम भगवंत मान है सरकार बदल गई है हालांकि बीजेपी का आरोप है कि जांच में अब तक सिर्फ पुलिस कर्मियों पर एक्शन लिया गया और इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि क्या तत्कालीन पंजाब सरकार भी इस चूक में शामिल थी।